hawa-garaj-ola-baraf-sailab-badh-rangeen-dhanush-dekhne-ki tabir-hindi
हवा के साथ गरज का होना ! ज़ालिम और मजबूत बादशाह की दलील है ! और बिजली मुसाफ़िर के लिए खौफ की निशानी है ! और ठहरे हुए शख्स के लिए लालच !
क्योंकि अल्लाह तआला का इर्शाद है “ हुवल्लज़ी युरीकुमुल बरक़ ख़ौफ़न व तमअन ” ( वही जो दिखाता तुमको बिजली , डर और उम्मीद के लिए ) और यह भी कहा जाता है
hawa-garaj-ola-baraf-sailab dekhne ki tabir
कि गरज बारिश के बगैर हो तो मुकीम और मुसाफ़िर दोनों के लिए खौफ की पहचान है और बारिश के साथ गरज बीमार के लिए अच्छा होने की निशानी है ।
रंगीन धनुष-
अगर सब्ज हो तो कहत से अमन हान की निशानी है , और पीला हो तो मर्ज की दलील है और लाल खन – खाराबे की निशानी है , और यह भी कहा जाता है कि जो शख्स ख्वाब में धनुष देखेगा , उसकी शादी होगी !
सैलाब ( बाढ़ ) –
सैलाब दुश्मन की भीड़ की दलील है ! और परनालों से पानी बहना भलाई और हरियाली की दलील है !
ख़्वाब में ओला और बर्फ देखने की ताबीर
ओला , बर्फ , पाला यह सब के सब रंज व गम और अज़ाब की निशानियां हैं ! हां जिस जगह बर्फ पड़ती हो ! वहां अगर थोड़ा सा बर्फ नज़र आए ! तो यह वहां वालों के लिए हरियाली की दलील है ! और पाला भी इसी तरह रंज की निशानी हैं !
हां , अगर उसने ख्वाब में देखा कि पानी को बर्तन से अपने चुल्लू में लिया ! और वह पानी उसमें जम गया ! तो उसकी ताबीर यह होगी कि वह जमा किया हुआ माल है ! जो उसके पास जमा रहेगा ! और बाकी रहेगा ! और ओला में तो किसी हालत में खैर व भलाई नहीं है !