Khwab Mein Zamin Mitti Ret Dekhne Ki Tabir
जमीन की ताबीर कई तरीकों से दी जाती है ! अगर उस की हदें आंखों से मालूम होती हैं ! तो उसकी ताबीर औरत से दी जाएगी ! और इतनी बड़ी है कि इसकी हदें मालूम न हो सके ! तो इसकी ताबीर दुनिया है !
और अगर बड़े होने के साथ साथ इसमें हरियाली भी है और इसमें पैदावार भी है ! लेकिन नामालूम किस्म की है ! तो वह इस्लाम दीन है ! और इसी तरह जंगलों की भी ताबीर है !
अगर किसी ने यह देखा कि जमीन उसके लिए बिछा दी गई है ! तो उसकी ताबीर यह है कि उसकी जिन्दगी हिफाजत व खैरियत से गुजरेगी ! अगर किसी ने यह देखा कि जमीन उसके लिए लपेट दी गई है ! तो उसकी ताबीर यह है कि उसकी उम्र खत्म हो गयी ! और कभी उसकी ताबीर विलायत से भी होती है ! बशर्ते कि वह इसका अहल भी हो !
और जिसने यह देखा कि जमीन ने उससे बात की है ! तो उसकी ताबीर यह है कि विह भलाई और अच्छी दुनिया पाएगा ! जिसको देखकर लोग तअज्जुब करेंगे !
और इसी तरह हर वह चीज़ जो बात नहीं करती ! अगर बात करेगी तो उसकी ताबीर यह होगी कि उसको अच्छी चीज़ मिलेगी ! जिसको देख कर लोग तअज्जुब करेंगे !
Khwab Mein Zamin Dekhne Ki Tabir
जिसने देखा कि वह जमीन में गायब तो हो गया ! लेकिन कोई गढ़ा नज़र नहीं आया ! तो उसकी ताबीर यह होगी कि वह दुनिया की तलब में मर जाएगा !
और अगर यह नज़र आए कि गढ़े में गिर कर गायब हुआ है ! तो उसकी ताबीर यह होगी कि उसको कोई नागवार बात पेश आएगी ! या धोका दिया जाएगा ! या यह कि उससे कोई गुनाह हो जाएगा !
और अगर किसी ने यह देखा कि जमीन उसको गर्दिश दे रही है ! तो उस के मुआमले चक्कर में पड़ जाएंगे ! और वह रोजी की तलाश में मुल्क मुल्क फिरेगा !
जिसने यह देखा कि वह जंगल में है ! और उसमें वह सीधा चल रहा है ! या ठीक ठीक तरीके पर चल रहा है तो उसकी ताबीर यह होगी कि वह अपने दीन में हिदायत के रास्ते पर है ! और इस्लाम पर ठीक ठीक चल रहा है !
या अगर किसी ने यह देखा कि वह जंगल में ठीक नहीं चल रहा है ! तो उसकी ताबीर यह है कि उसको इस्लाम में शक है ! अगर किसी ने यह देखा कि वह जंगल में खा पी रहा है ! तो उसकी ताबीर यह है कि वह दीन व दुनिया में नेअमत पाएगा !
ख़्वाब में मिट्टी और रेत वगैरह देखने की ताबीर
जमीन के हिस्से जैसे कि गर्द वगैरह है ! उस की ताबीर माल से होती है ! अगर किसी ने यह देखा कि मिट्टी या रेत खा रहा है ! या यह कि गर्द और मिट्टी उसके ऊपर आ रही है ! तो इसका मतलब यह है कि वह मालदार होगा ! और बहुत माल पाएगा !
और इसी तरह अगर किसी ने यह देखा कि वह उसमें चल रहा है या यह कि वह उस को उठाए हुए है ! तो उसकी ताबीर यह होगी कि उसको माल हासिल करने के लिए बड़ी मेहनत करनी पड़ेगी ! और इसके बाद वह बहुत माल हासिल करेगा !
अगर किसी ने गर्द को आसमान व जमीन के बीच देखा ! तो यह मामला पेचदार होने की निशानी है ! और इसी तरह अगर किसी ने कुहरा देखा ! या किसी ने यह देखा कि वह जमीन को खोद रहा है ! और मिट्टी को खा रहा है तो इसकी ताबीर यह है कि माल को छल व कपट और हीले से खा रहा है !
क्योंकि जमीन की ताबीर वह दीन है जो दीने इस्लाम के खिलाफ हो ! इसी तरह वह जंगल जो डरावना व वहशतनाक हो ! और अगर इसकी हदें मालूम हो जायें ! तो इसकी ताबीर बुरी औरत है ! जिसमें कोई भलाई नहीं !
हिकायत- Khwab Mein Zamin Mitti Ret Dekhna
नकल है रबीआ बिन उमय्या बिन खल्फ हज़रत अबू बक्र सिद्दीक रज़ियल्लाहु अन्हू की खिदमत में हाज़िर होकर अर्ज किया ! ए अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहू अलैहि व सल्लम के खलीफा !
मैंने कल शाम को ख़्वाब में देखा है कि गोया मैं हरी भरी जमीन में हूं ! और उसमें से मैं उस जगह आ गया ! जो बंजर है , जिसमें किसी किस्म की पैदा वार नहीं है ! और यह भी देखा कि आपके दोनों हाथ मिल गए ! और आपकी गर्दन में तौक बन गए हैं ।
उस ख्वाब को सुनकर इमामे वक्त अबू बक्र सिद्दीक रज़ियल्लाहू अन्हू ने फरमाया कि अगर तू अपना ख़्वाब सच कह रहा है ! तो उसकी ताबीर यह है कि इस्लाम दीन को छोड़ कर कुफ्र इख्तियार करेगा ! और मेरे मामले सब ठीक रहेंगे ! और मेरे हाथ दुनिया के मामलों से पाक रहेंगे !
रिवायत करने वाले का बयान है कि हज़रत उमर बिन ख़त्ताब रज़ियल्लाहू अन्हू के जमाने में रबीआ मदीना से चला गया ! और रुम में कैसर के पास जाकर ईसाई बन गया ! और उसी मज़हब पर मरा ! ( आगे खुदा बेहतर जानता है ! )