Monday, May 20, 2024
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ख़्वाब में खुद को या किसी को नमाज़ पढ़ते देखना

Khwab Mein Kaaba Ke Andar Namaz Padhna

जिसने ख़्वाब में देखा कि वह किब्ले के अन्दर सीधा नमाज़ पढ़ रहा है ! तो यह इस बात की निशानी है कि वह अल्लाह तआला की तरफ हिदायत पर है ! और रसूलुल्लाह सल्लल्लाहू अलैहि व सल्लम की सुन्नतों पर अमल कर रहा है !

शर्त यह है कि वह रुकूऊ और सज्दा और खुशूअ पूरा – पूरा अदा कर रहा हो ! क्योंकि नमाज़ असल में अल्लाह तआला से मिलने का ज़रिया है और वह दीन की बुनियाद है ।

Khwab Mein Namaz Mein Kami Dekhna

किसी ने नमाज़ में कोई कमी देखी ! तो यह उसके दीन में उतनी ही कमी की निशानी है ! जितना कि देखा है । अगर किसी ने ख्वाब में यह देखा कि उसको किब्ला नहीं मिल रहा है ! तो यह इस बात की पहचान है कि दीन में शुबहा है और गुमराही की निशानी है !

और अगर उसने ख़्वाब में यह देखा कि ! उसने नमाज़ में ज्यादती की है तो गोया उसने या तो इस्लाम के रुक्नों में से किसी रुक्न पर एतराज़ किया है ! या यह कि इसमें शक किया है ! और अगर किसी ने यह देखा कि पूरब की तरफ रुख करके नमाज़ पढ़ी !

तो गोया वह फिरक – ए – कदरिया में शामिल हो गया ! और जिसने यह देखा कि उसने मग़रिब की तरफ रुख करके नमाज़ पढ़ी ! तो यह इस बात की पहचान है ! कि वह जबरिया फिरका में शामिल हो गया ! क्योंकि पूरब ईसाइयों का क़िब्ला है और मग़रिब यहूदियों का !

एक आदमी सईद बिन मुसय्यिब की खिदमत में हाज़िर हुआ ! अर्ज़ किया –  कि मैंने ख़्वाब में देखा है कि काबा के ऊपर नमाज़ पड़ रहा हूं । तो उन्होंने फ़रमाया कि अल्लाह तआला से डर ! मेरा यह ख़्याल है कि तू दीने इस्लाम से निकल चुका है ! तो उसने अर्ज किया हुज़ूर ! मैं आपके हाथ पर तौबा करता हूं कि मैं लगभग दो महीने से कदरिया फिरके की बातों पर चल रहा था !

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