Allah Ko Khwab Mein Dekhne Ki Tabir
अल्लाह तआला को ख़्वाब में देखने की ताबीर के बयान में जिस आदमी ने अल्लाह तआला को ख़्वाब में अच्छी हालत में देखा ! तो उस को खुशखबरी , खुशी और कामयाबी हासिल होगी ! क्योंकि वह अल्लाह तआला को कियामत के दिन इसी हालत में पाएगा !
यह इस बात की भी दलील है कि दुनिया में आमाल कुबूल होंगे ! और अगर उसने अल्लाह तआला को नज़र भर कर देखा ! तो दुनिया में उसकी इज्जत होगी ! और जन्नत में जाएगा !
जिसने यह देखा कि अल्लाह तआला ने उसको कोई दुनिया की चीज़ अता फरमाई है ! तो उसकी ताबीर यह है कि उसको कोई मर्ज हो जाएगा ! या कोई मुसीबत पहुंचेगी ! या उसका इम्तिहान लिया जाएगा ! जिसका उसको ऐसा इनाम मिलेगा ! जिसकी वजह से वह जन्नत में दाखिल हो जाएगा !
Allah Ko Khwab Mein Dekhne Ki Tabir
और अगर किसी ने देखा कि अल्लाह तआला का किसी खास मकान में उतरना हुआ ! तो उस मकान के रहने वालों को भलाई , खुश , सुरुर व कामियाबी हासिल होगी ! और जिसने इस तरह देखा कि अल्लाह तआला ने उससे ऐसी बात – चीत की , जिसमें डांट डपट या मना किया गया हो ! या वअदा वईद है ! तो उसकी ताबीर यह होगी कि वह आदमी गुनहगार है ! जिन आमाल ( काम ) में वह फंसा हुआ है उनको छोड़ देना चाहिए !
और जिसने यह देखा कि अल्लाह , सुबहानहु व तआला उसके बिछौने में आ गया है ! और उसको मुबारकबादी दे रहा है ! तो उसको इस बात की खुशखबरी है कि अल्लाह तआला की तरफ से उसको बुजुर्गी मिलेगी ! और रहमत उस पर नाज़िल होगी !
क्योंकि ऐसा ख़्वाब नेक और परहेज़गारों के अलावा और कोई नहीं देखता ! और अगर किसी ने अल्लाह को ऐसा देखा जैसे उसकी तस्वीर बनाई गई है ! या अल्लाह तआला को देखने का ख्याल मालूम हुआ ! या अल्लाह तआला की तरह किसी को देखा ! तो उसकी ताबीर यह है कि यह ख़्वाब देखने वाला झूठा और अल्लाह तआला पर बहुत तोहमत लगाने वाला और बिदअतों को पैदा करने वाला है !
इसलिए तौबा व इस्तगफार की तरफ उसको जल्दी करनी चाहिए ! और इसी तरह अगर अल्लाह तआला को बुरी हालत में देखा या अल्लाह तआला को बुत या तस्वीर या किसी और तरीके पर देखा ! जो अल्लाह तआला के जमाल , कमाल व जलाल के लायक न हो ! तो तौबा व इस्तगफार करे ! क्योंकि अल्लाह तआला इन सारी बातों से पाक है ! वल्लाहु आलम !
हिकायत – अल्लाह तआला को ख़्वाब में देखने की ताबीर
नकल है कि एक शख्स हज़रत जाफर सादिक रज़ियल्लाहू अन्हू के पास आया और कहा कि मैंने ख़्वाब देखा है कि गोया अल्लाह तआला ने मुझे लोहा अता फरमाया है ! और सिरका एक घूंट पिलाया है ! इसकी ताबीर क्या होगी ? तो इमाम ने इर्शाद फरमाया कि लोहे का मतलब सख्ती से है !
क्योंकि अल्लाह तआला का इर्शाद है : व अन्ज़लनल हदीदा फ़ीहि बासुन शदीदुन ” ( और हमने लोहा उतारा जिसमें सख़्ती है ) और मुमकिन है कि तेरी औलाद हज़रत दाऊद अलैहिस्सलाम की यह कारीगरी सीख ले कि वह लोहे की कारीगरी जानते थे !
लेकिन अल्लाह तआला ने जो सिरका पिलाया ! तो इसकी ताबीर यह है कि तुझको एक मर्ज़ होगा ! जिसमें तू एक मुद्दत तक मुब्तला रहेगा ! और इसी मर्ज की हालत में तुझको बहुत माल मिलेगा ! और अगर अल्लाह तआला तुझे वफ़ात दे दे ! तो वह तुझ से राज़ी रहेगा ! और तेरे पिछले व अगले सभी गुनाह माफ़ फ़रमा देगा !