Saturday, May 18, 2024
HomeKANZUL IMANSurah Ikhlas In Hindi - सूरह इख़्लास कंज़ुल ईमान

Surah Ikhlas In Hindi – सूरह इख़्लास कंज़ुल ईमान

सूरतुल इख़्लासि – Surah Ikhlas In Hindi
अल्लाह के नाम से शुरू जो निहायत मेहरबान व रहम वाला । (फ़ा 1)
इस पोस्ट में सूरह इख़्लास और इख़्लास का हिंदी ( Surah Ikhlas Tarjuma In Hindi ) तर्जुमा और इख़्लास की तफ़्सीर ( Surah Ikhlas Tafseer In Hindi ) बयान की गयी है  ! लेकिन कुरान शरीफ की किसी भी सूरह को हमेशा अरबी भाषा में ही पढ़ना चाहिए ! केवल समझने के लिहाज़ से हिंदी में बताया गया है
तर्जुमा तफ़्सीर – आला हज़रत इमाम इमाम अहमद रज़ा बरेलवी ( अल्लाह अज़्ज़वजल इनपे खूब रेहमतो की बारिश अता  करे ) आमीन
सूरह इख़्लास (मक्की है इस सूरह में 4 आयतें और 1 रुकू है )
बिस्मिल्लाहिर्रहमा निर्रहीम

SOORAH-AL-IKHLAS ARABIC

  • بِسمِ اللَّهِ الرَّحمٰنِ الرَّحيمِ
  • 1. قُلْ هُوَ ٱللَّهُ أَحَدٌ
  • 2. ٱللَّهُ ٱلصَّمَدُ
  • 3.لَمْ يَلِدْ وَلَمْ يُولَدْ
  • 4. وَلَمْ يَكُن لَّهُۥ كُفُوًا أَحَدٌۢ

 

सूरह इख़्लास – Surah Ikhlas In Hindi

बिस्मिल्ला हिर्रहमान निर्रहीम

  • 1. कुल हुवल्लाहु अहद
  • 2. अल्लाहुस्समद
  • 3. लम यलिद व् लम यूलद
  • 4. वलम यकुल्लहू कुफुवन अहद*

तर्जुमा –

अल्लाह के नाम से शुरू जो निहायत मेहरबान व रहम वाला । (फ़ा 1)
1. तुम फरमाओ वह अल्लाह है वह एक हैं ! ( फ़ा 2 )
2. अल्लाह बे नियाज़ है ! ( फ़ा 3)
3. न उसकी कोई औलाद( (फ़ा 4) और न वह किसी से पैदा हुआ ! ( फ़ा 5)
4. और न उसके जोड़ का कोई ! ( फ़ा6) (रुकू  37 )

You Also Read – Surah Falaq

तफ़सीर कंज़ुल ईमान – आला हज़रत 

(फ़ा 1) सूरह इख़्लास मक्की व बकौले मदनी है ! इसमें एक रुकू 4 या 5 आयतें 15  कलिमे 47 हरफ हैं ! अहादीस में इस सूरत की बहुत फ़ज़ीलतें वारिद हुईं हैं ! उसका तिहाई कुरआन के बराबर फरमाया गया है !

यानी तीन मर्तबा इसको पढा जाए तो पूरे कुरआन की तिलावत का सवाब मिले !
एक शख्स ने सय्यदे आलम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम से अर्ज़ किया कि मुझे इस सूरत से बहुत मुहब्बत है ! फ़रमाया इसकी मुहब्बत तुझे ज़न्नत में दाखिल करेगी ( तिर्मिंजी )
शानै नुजुल कुफ़्फ़ारे अरब ने सय्यदे आलम सल्लल्लाहु अलेहि वसल्लम से अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त अज़्ज़ व उला तबारक व तआला के मुतअल्लिक तरह तरह के सवाल किये !
कोई कहता था कि अल्लाह का नसब क्या है कोई कहता था कि वह सीने का है या चाँदी का है या लोहे का है या लकडी का है !  किस चीज़ का है ? किसी ने कहा वह क्या खाता है ? क्या पीता है रबूबियत उसने किस से ववरसा में पाई और उसका कौन वारिस होगा ?
उनके जवाब में अल्लाह तआला ने यह सूरत नाज़िल फ़रमाई और अपने ज़ात व सिफात का बयान फ़रमा कर मअरेफ़त की राह वाज़ेह की और जाहिलाना ख़्यालात व औहाम की तारीकियों को जिन में वह लोग गिरिफ़्तार थे ! अपनी ज़ात व सिफात के अनवार के बयान से मुज़महिल कर दिया !
Surah Ikhlas In Hindi
(फ़ा 2) रबूबियत व उलूहियत में सिफ़ाते अज़मत व कमाल के साथ मौसूफ़ है !  मिस्ल व नज़ीर व शबीह से पाक है उसका कोई शरीक नहीं !
(फा 3) हर चीज़ से न खाये न पिये हमेशा से है हमेशा रहे !
(फा 4 ) क्यों कि कोई उसका मजालिस नहीं !
(फा5) क्योकि वह क़दीम है और पैदा होना हादिस की शान हैं !
(फ़ा 6) यानी कोई उसका हमता व अदील नहीं इस सूरत की चन्द आयतों में इल्मे इलाहियात के नफ़ीस व आला मतालिब बयान फरमा दिये गए जिनकी तफ़सीलात से कुतुब ख़ाने के कुतुब ख़ाने लबरेज़ हो  जाए  !
टायपिंग मिस्टेक हो गयी हो तो मुआफ कीजियेगा ! और बताईएगा जरूर ताकि उसे सुधारा जा सके ! अल्लाह की बारगाह में दुआ कीजिये ! और कोशिश कीजियेगा क़ुरआन शरीफ़ को समझने की !  अल्लाह हाफ़िज़ !
RELATED ARTICLES

Most Popular