Dua For Ramadan Kareem
अस्सलामो-अलैकुम भाइयो और बहनो रमज़ानुल मुबारक { Ramzan Mubarak } की एडवांस में बहुत-बहुत मुबारक बाद !
जैसा हमारे प्यारे नबीये करीम हुजूर सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया है की रजब अल्लाह का महीना है शाबान मेरा यानी ( हुजूर सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम ) का महीना है और रमज़ान मेरी उम्मत का यानी ( हुजूर सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम की उम्मत का ) महीना है !
रमज़ान महीने में नेकियों सवाब 70 गुना बढ़ा दिया जाता है ! इसलिए इस माह में हमें ज्यादा से ज्यादा इबादत में मशगूल रहना चाहिए !
पांच वक़्त की नमाज़ के साथ क़ुरआन शरीफ की तिलावत भी ज्यादा से ज्यादा करना चाहिए ! और कसरत से दुआ ( Ramadan Ki Dua ) करना चाहिये !
माहे रमज़ान में बुराइयों से बचना चाहिए ! हमने इस पोस्ट में इस्लामिक रमज़ान मुबारक स्टेटस इमेजेस ( Islamic Ramadan Dua Images ) बनाकर अपलोड जिन्हे अपने रिश्तेदारों में दोस्तों में खूब शेयर करे !
याद रखे माहे रमज़ान में कोई भी गलत बुरी स्टेटस इमेजेस यूज़ ना करे ! सिर्फ और सिर्फ इस्लामिक या इस्लामिक रमज़ान मुबारक स्टेटस इमेजेस ( Islamic Ramadan Dua Images ) ही शेयर करे !
सबसे पहले रमज़ान मुबारक में पढ़ने वाली कुछ इस्लामिक दुआ की इमेजेस – ( Islamic Ramadan Dua Images )
आईये जानते है ! रमज़ान में पढ़ने वाली कौन-कौन सी दुआ ( Ramadan Dua ) हमें याद होना चाहिए ! या हमें पढ़ना चाहिए !
सबसे पहले आती है तरावीह की दुआ – ईशा की नमाज़ के बाद जब तरावीह की 20 रकअत नमाज़ सुन्नत पढ़ी जाती है ! तो हर 4 रकअत के बाद तरावीह की दुआ पढ़ी जाती है ! जो इस तरह है !
Ramadan Dua Status Quotes Thought Wish Images
Dua For Ramadan – तरावीह की दुआ –
सुब्हा-नल मलिकिल क़ुद्दूस * सुब्हा-न ज़िल मुल्कि वल म-ल कूत * सुब्हा-न ज़िल इज्जती वल अ-ज़-मति वल-हैबति वल क़ुदरति वल-किब्रियाइ वल-ज-ब-रुत * सुब्हा-नल मलिकिल हैय्यिल्लज़ी ला यनामु व ला यमूत * सुब्बुहुन कुद्दूसुन रब्बुना व रब्बुल मलाइकति वर्रूह * अल्लाहुम्मा अजिरना मिनन्नारि * या मुजीरु या मुजीरु या मुजीर *
Dua For Ramadan – सेहरी की दुआ –
जब हम रोज़ा रखते है करते तो उसके लिए सेहरी करना जरुरी है ! और सेहरी करने के बाद हम रोज़ा की नियत करेंगे –
नियत की मैने आज के रोज़ा की व बी सौमि ग़दिन नवैतु मिन शहरे रमज़ान
Ramadan Dua – रोज़ा खोलने की दुआ –
अल्लाहुम्मा ल क सुम्तु व बि क आमन्तु व अलै क तवक्कलतु व अला रिज़ कि क अफ़तरतु फ़तक़ब्बल मिन्नी
तर्जुमा – इफ़तार करने के बाद यह दुआ पढ़े तर्जुमा : ऐ अल्लाह ! मैंने तेरे लिए रोज़ा रखा और तुझ पर ईमान लाया ! और तुझ पर भरोसा किया ! और तेरे दिए हुए से इफ़तार किया तो तू मुझ से इसको कुबूल फरमा !
Dua For Ramadan – दुआ-ए-क़ुनूत हिंदी –
अल्लाहुम्मा इन्ना नस्तईनु क व नस-तग़-फिरू- क व नु’अ मिनु बि-क व न तवक्कलु अलै-क व नुस्नी अलैकल खैर * व नश कुरु-क वला नकफुरु-क व नख्लऊ व नतरुकु मंय्यफ-जुरूक * अल्लाहुम्मा इय्या का न अ बुदु व ल-क- नुसल्ली व नस्जुदु व इलै-क नस्आ व नह-फिदु व नरजू रह-म-त-क व नख्शा अज़ा-ब-क इन्ना अज़ा-ब-क बिल क़ुफ़्फ़ारि मुलहिक़ *
Dua For Ramzan
रमज़ान ( Ramjan ) का पहला अशरा रहमत का है ! लिहाजा पहले रोजे से दसवे रोजे तक इस दुआ को कसरत से पढ़ें !
*अल्लाहुम्मर-हमना या अर हमर-राहिमीन*
रमज़ान ( Ramadan ) का दूसरा अशरा मग्फिरत का है ! लिहाजा ग्यारहवै रोज़े से बीसवे रोज़े तक यह दुआ बार-बार पड़े !
*अल्लाहुम्मग़ फ़िर-लना ज़ुनू बना या रब्बल-आलमीन*
रमज़ान मुबारक ( Ramadan ) का तीसरा अशरा जहन्नम से आजादी का है ! लिहाजा इक्कीसवे रोज आखरी रोजे तक यह दुआ बार-बार पड़े !
*अल्लाहुम्मा किना अज़ाबन्नारि व अद खिलनल-जन्न-त अ म-अल अबरारि या अज़ीजु या गफ्फ़ार *
सहरी के वक्त यह दुआ पढ़े
*या वासीअल फदलि व या वासीअल मग़फि-रति इग्फिर-लना*
रमजान ( Ramadan ) शरीफ में कसरत से चलते फिरते यह दुआ पढ़े !
*ला इला-ह इलल्लाहु अल्लाहुम्मा नस-तग़-फिरुका व नस-अलु-कल जन्न-त व नउज़ुबि-क मिनन्नार *
शबे कद्र में यह दुआ ज्यादा से ज्यादा पढ़े !
*अल्लाहुम्मा इन्न-क अफुव्वुन तुहिब्बुल-अफ-व फ़अ-फ़ु अन्ना या करीम*
You Also Read – Ramadan Quotes Hindi
Dua For Ramadan –
बेजुबान को जब वह ज़ुबान देता है
पढ़ने को फिर वह क़ुरआन देता है
बख़्शने आए जब उम्मत के गुनाहों को
तोह़फे में गुनहगारों को ऱमज़ान देता है
Dua For Ramadan
Hamare Pyare Nabi Hujooe Sallallaho Alaihiwasallam Farmate Hai Ki Shaban Mera Mahina hai , Rajab Allah Ka Mahina hai, Or Ramadan Meri Ummat Ka Mahina hai.
Ramadan Mubarak
Ramzan Ka Chand Mubarak
Mahe Ramzan Ka Chand Mubarak
Mahe Ramadan Mubarak
Zindagi Ko Ramzan ki tarah Banalo To Mout Eid Jesi Hogi. inShaAllah
Ramzan Ka Mahina Sabr Ka Mahina hai.
Roza Aise Rakho Ki Zindagi Ke Saare Gunah Ek Hi Roze Mein Khatm Ho Jaaye.
Dua MeinYad Rakhna
Allah Apko Ramadan Ki Barqat Se Khub Saari Khushiyan Ataa Farmaye.
Aamin