Friday, May 10, 2024
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40 Hadees Sharif In Hindi With Images

40 Hadees – 40 खूबसूरत हदीस शरीफ फोटो इमेजेज के साथ

इस पोस्ट में हमने आपको हुजूर सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम की 40 खूबसूरत हदीस शरीफ ( 40 Hadees ) फोटो इमेजेज के साथ बतायी है जिन्हे आप याद करे और सभी दोस्तों रिश्तेदारों में शेयर करके खूब सवाबे दारेन हासिल करे !

क्यूंकि हमारे प्यारे आका  का फरमान है की जिसने भी दीन के मुताल्लिक 40 हदीस शरीफ़ ( 40 Hadees ) याद की और दूसरे लोगो तक पहुंचाई ! उनकी हमारे प्यारे आका क़यामत के दिन शफ़ाअत करेंगे ! और उसकी ईमान की गवाही देंगे !

क़ुर्बान जाईये हमारे प्यारे आका पर हमने ये काम करदिया है अब आपकी बारी है ! आपकी सुहूलियत के लिए हमने 40 हदीस शरीफ ( 40 Hadees ) की इमेज भी बनाकर अपलोड की है ताकि आपको आसानी हो !

अल्लाह तबारक तआला से दुआ है की हमारी और जो भी इस पोस्ट और इन हदीसो ( 40 Hadees ) को दुसरो तक पंहुचाये ! उन सबको अल्लाह तबारक  तआला फुक़हा के गिरोह में उठाए !  आमीन या रब्बुल आलमीन

टाइपिंग मिस्टेक हो तो मुआफ करे और प्लीज हमे बताये हम सुधार कर अपडेट करदेंगे !

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#Hadees No.- 1 ( 40 Hadees )

1. हज़रत इब्जे उमर रदियल्लाहु अन्हु से रिवायत है कि ख्वाज़-ए-कायनात सल्लल्ताहु अलैहे वसल्लम ने रिश्वत देने वाले, रिश्वत लेने वाले और उनके दर्मिंयान दलाली करने पर लानत फ़रमाई है ।

(कंजूल-उम्माल जि.5, स. 492)

40 HADEES

#Hadees No.- 2 ( 40 Hadees )

2. हज़रत बुदेदा रदियल्लाहु अन्हु से रिवायत है कि मुअल्लिमे काइनात अलैहिस्सलाम ने इरशाद फ़रमाया कि जिस शख्स ने जुआ खेलने के सामान से जुवा खेला गोया उसने अपना हाथ खिंजीर के गोश्त व खून में डुबो दिया ।

( इब्जे माजा स. 275 )

40 HADEES

 

#Hadees No.- 3 ( 40 Hadees )

 

3. हुजूर सरवरे क़ल्ब व सीना का फ़रमाने मुकद्दस है कि हलाल रिज़्क़ का तलब करना हर मुसलमान पर फर्ज है । (बुखारी शरीफ जिल्द 1 स. 246 )

40 HADEES

#Hadees No.- 4 ( 40 Hadees ) Job Ki Hadees

4. राफे बिन खदीज़ से रिवायत है कि सरवरे आलम सल्लल्लाहो तआला अलैहे वसल्लम से पूछा गया या रसूलुल्लाह ! कौन सी कमाई सबसे बेहतर है तो आप सल्लल्लाहु तआला अलैहे वसल्लम ने फ़रमाया, आदमी का अपने हाथ से कमाना और जाइज़ तिजारत

(  मुसनद अहमद बिन हंबल जिल्द 3 स. 14 )

#Hadees No.- 5 ( 40 Hadees )

5. हज़रत अबूबकर सिद्दीक़ रदियल्लाहु अन्हु से रिवायत है कि वह शख्स जन्नत में हरगिज़ नहीँ जाएगा  जिसकी नश्व व नुमा हराम गिज़ा से हुईं हो

( मिश्कात जिल्द 1, स. 243 )

#Hadees No.- 6 ( 40 Hadees )

6. हज़रत हुजैफ़ा व जाबिर रदियल्लाहु अन्हुमा से रिवायत है कि रहमते आलम सल्लल्लाहो तआला अलैहे वसल्लम ने फ़रमाया हर भलाई सदक़ा है ।

(मरअतु-मनाजीह जिल्द 3 स. 95)

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#Hadees No.- 7 ( 40 Hadees )

7. फ़ख़्रे सादिक सल्लल्लाहो तआला अलैहे वसल्लम का फरमाने मृकद्दस है कि कयामत उस वक्त तक नहीं आएगी

जब तक कि औरतें, औरतों से और मर्द, मर्दों से आपस मेँ मुजामेअत न करें ।

(कंजुल-उम्माल, जिल्द 4, स. 226)

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#Hadees No.- 8 ( 40 हदीस शरीफ़ )

8. हज़रत अबू दरदा रदियल्लाहु अन्हु से रिवायत है कि रसूलुल्लाह सल्लल्लाहो तआला अलैहे वसल्लम ने इरशाद फ़रमाया ! जो कोई दीन से मुतअल्लिक चालीस हदीसें याद करे ! और मेरी उम्मत के लोगों तक पहुंचाए ! अल्लाह तआला उसको फुक़हा के गिरोह में उठाएगा ! और कयामत के दिन उसकी शफाअत करूंगा ! और उसकी ईमान व ड़ताअत को गवाही दूंगा !

मिश्कात स. 36

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#Hadees No.- 9 ( 40 Hadees )

9. हज़रत उमर रदियअल्लाहु अन्हु से रिवायत है कि उलमा की मज़लिसों से अलग न हो इसलिए कि अल्लाह तआला ने रू-ए-ज़मीन पर उलमा की मजलिसों से बढकर किसी मिट्टी को पैदा नहीं फ़रमाया ।

(तफ़्सीरे कबीर जिल्द 1 स. 283 )

#Hadees No.- 10 ( 40 Hadees )

10 . इमामुल-अंबिया सल्लल्लाहो तआला अलैहे वसल्लम का इरशाद है कि जो शख्स अजान में मेरा नाम सुने और अपने अंगूठे चूमकर आंखों से लगाएगा वह कभी अंधा न होगा ।

(रुहुल बयान जिल्द 7, स. 229)

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#Hadees No.- 11 ( 40 Hadees )

1  . सैयदना इमाम जाफ़र सादिक अपने वालिदे मोहतरम सैय्यदना इमाम वाकर रदियल्लाहु अन्हु से रिवायत करते हैं ! कि कयामत के दिन एक मुनादी निदा करेगा ! जिसका नाम मुहम्मद सल्लल्लाहो तआला अलैहे वसल्लम के नाम पर  हैं ! वह जन्नत में दाखिल हो जाए इस इस्मे गिरामी की इज्जत की वजह से !

(शिफ़ा शरीफ़ जिल्द 1., स. 105)

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#Hadees No.- 12 ( 40 Hadees ) Bhai Ki Hadees

12. हज़रत अबू दरदा से रिवायत है कि सरकार का फरमान है कि भाई के चेहरे को देखकर मुस्कुराना सदका है । (मुरअतुल मनाजीह जिल्द 3, स. 104 )

bhai ki hadees

#Hadees No.- 13 – Tasveer ki Hadees

13. हज़रत आइशा रदियल्लाहु अन्हा से रिवायत है मैंने एक ताक पर पर्दा डाला ! जिसमें तस्वीरें थी ! उसको नबी सल्लल्लाहो तआला अलैहे वसल्लम ने फाड़ दिया ! फिर हज़रात आइशा ने उसका तकिया बनाया जिस पर सरकार बैठते थे

(मुरअतुल मनाजीह जिल्द 6 , स. 199 )

नोट – इस फरमाने रसूल से उन पीर हज़रात को दर्से इबरत लेना चाहिए ! जो अपने मुरीदो को अपनी तस्वीरें लगाने का सख़्ती से हुक्म देते है।

tasveer ki hadees

 

#Hadees No.- 14 ( 40 Hadees )

14. हज़रत अबू उमामा से रिवायत है कि हादी-ए-रहमत सल्लल्लाहो तआला अलैहे वसल्लम ने इरशाद फ़रमाया कि लोंडियों को गाने बजाने का तरीका न सिखाओ । ( मरअतुल मनाजीह जिल्द 4, स. 238 )

फायदा : मतलब यह है कि गाने बजाने की तालीम देना हराम है इस हदीस से मुसलमानों को सबक लेना चाहिए जो अपनी लडकियों को कॉलेजों और यूनिवसिर्टियों में गाने की तालीम दिलवाते हैं ! गाना भी ज़िना के मिस्ल है और जिना हराम ! तो उसके असबाब भी हराम हैँ ।

#HADEES

#Hadees No.- 15 ( 40 हदीस शरीफ़ )

15. हज़रत अनस से रिवायत है कि जब फासिक़ की तारीफ की जाती है तो अशें इलाही हिल जाता है ।

(मरअतुल-मनाजीह जिल्द 6 स 476)

HADEES

#Hadees No.- 16 ( 40 Hadees )

1 6. मेरी उम्मत की सबसे बेहतर इबादत कुरआन शरीफ की तिलावत है ।

( अहयाउल-उलूम जिल्द 1, स. 280 )

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#Hadees No.- 17 ( 40 Hadees )

17. दाई-ए-इस्लाम ने इरशाद फरमाया कि औरत मुकम्मल शर्मगाह है ! जब कोई औरत बाहर निकलती है तो शैतान उसको झांक-झांक कर देखता है ।

(तिर्मिंजी शरीफ़ जिल्द 1, स. 140)

40 HADEES

#Hadees No.- 18 ( 40 Hadees )

18. रहमते आलम का फ़रमान है कि जो शख्स इमाम से पहले (सज्दे) में सर उठा लेता है वह इस बात से .खौफ नहीं खाता कि अल्लाह अज्जा व जल्ल उसके सर और सूरत गधे के जैसा बना दे ।

(बुखारी शरीफ जिल्द 1, स. 96 )

40 HADEES IN HINDI

#Hadees No.- 19 ( 40 Hadees )

19. हज़रत इब्ने अब्बास से मरवी है कि रिसालते मआब सल्लल्लाहो तआला अलैहे वसल्लम ने फ़रमाया जो किसी मर्द या औरत के पिछले मक़ाम में जिमा करे रब तबारक उसकी तरफ़ नज़रे रहमत नहीं फ़रमायेगा ।

(मिस्कात जिल्द 2, स 276)

hadees-e-nabvi

#Hadees No.- 20 ( 40 Hadees )

20 मुहसिंने इंसानियत सल्लल्लाहो तआला अलैहे  वसल्लम का कौल है कि जो कोई हैज (एम.सी.) की हालत में अपनी औरत से हम बिस्तरी करें ! वह एक दीनार या आधा दीनार कफ्फारा के तौर पर सदका दे ।

( इब्ने  माज़ा स. 47 )

Hadees Sharif

#Hadees No.- 21 ( 40 Hadees )

21. मुंसिफे हक़ अलैहिस्सलाम का इरशाद है कि जो कोई किसी मुक़द्दमा में किसी जालिम की मदद करे तो हमेशा अल्लाह की ग़ज़ब में रहेगा यहां तक कि जालिम से अलग हो जाए ।

( कंजुल-उम्माल जिल्द 3, स. 384 )

HADEES

#Hadees No.- 22 ( 40 Hadees )

22. अमीरुल-मुमिनीन हज़रत उमर फ़ारूके आजम ने फ़रमाया कि जिन औरतों के शौहर घर से गायब हों सिवाए महरिम के दूसरा दाखिल न हो, और कोई कहे कि देवर, तो सुन लो ! देवर तो मौत है लिहाजा औरत क्रो देवर से ही भागना चाहिए जैसे मौत से ।

( कंजुल-उम्माल जिल्द 5, स. 359)

HADEES HINDI

#Hadees No.- 23 ( 40 हदीस शरीफ )

23. हज़रत हुजैफ़ा से मरवी है कि किसी पाक दामन औरत पर जिना की तोहमत लगाना या ब्रुहतान करना एक सौ बरस के आमाले सालेहा को ग़ारत व बरबाद कर देता हैँ ।

( कंजुल-उम्माल जिल्द. 3, स. 314 )

HADIS 23

#Hadees No.- 24 ( 40 Hadees )

24. जिस शख्स ने (शहर) में जान बूझकर बगैर किसी उज़्रे शरई के चार जुमा, तर्क कर दिया तो उसने इस्लाम को अपने पीछे फेंक दिया ।

(कंजुल-उम्माल जिल्द 7, स. 518)

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#Hadees No.- 25 ( 40 Hadees )

25. जो कोई बिला किसी उज़्रे शरई के नमाजे जुमा तर्क किया तो अल्लाह उसको ऐसी किताब में मुनाफिक़ लिख देगा जो न मिट सकती है न बदल सकती है ।

(मिस्कात जिल्द 1, स. 121 )

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#Hadees No.- 26 ( 40 Hadees )

26. हादी-ए-कौनेन सल्लल्लाहो तआला अलैहे व सल्लम का इरशादे मुकद्दस है कि हर हक़ वाले का हक अदा करो । (बुखारी शरीफ़ जिल्द. 1, स. 246)

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#Hadees No.- 27 ( 40 Hadees )

27. फख्रे काइनात सल्लल्लाहो तआला अलैहे वसल्लम का फरमान है कि हर गुनाह को अल्लाह तआला जिसको चाहता है बख़्श देता हैँ मगर मां-बाप को तकलीफ़ पहुंचाने वाले को नहीं बख़्शता ।

( मिस्कात शरीफ जिल्द 2, स. 241 )

HADEES 27

#Hadees No.- 28 ( 40 Hadees )

28. हज़रत इब्ने अब्बास से मरवी है कि हमेशा शराब पीने वाला अगर इसी हालत में मर गया तो वह दरबारे खुदावन्दी में इस तरह आएगा जैसे कि एक बुत परस्त ।

( मिस्कात शरीफ़ जिल्द 2, स. 318 )

#Hadees No.- 29 ( 40 Hadees )

29. हज़रत हुजैफा से मरवी है कि रसूलुल्लाह सल्लल्लाहो तआला अलैहे वसल्लम ने इरशाद फ़रमाया कि शराब गुनाहों की जामे हैँ और औरतें शैतान की रस्सीयाँ हैँ ।

(मरअतुल-मनाजीह जिल्द 7, स. 43)

#Hadees No.- 30 ( 40 Hadees )

30. हज़रत इब्ने अब्बास से मरवी है कि आका-ए-नेमत सल्लल्लाहो तआला अलैहे वसल्लम ने जन्नत में झांका तो वहाँ के आम बाशिन्दे फक़ीर नजर आए और दोजख में झांका तो वहां के अक्सर बाशिन्दे औरतें नज़र आई ।

( मरअतुल-मनाजीह जिल्द 7, स. 60 )

#Hadees No.- 31 ( 40 Hadees )

31. हुजूर फ़ख़्रे  काइनात ने सहाबा किराम से इरशाद फ़रमाया कि अगर चाहते हो कि तुम्हारी हर दुआ कुबूल हो तो रिज़क हलाल खाया करो ।

(जियाउल-क्रुरआन जिल्द 1., स. 127)

#Hadees No.- 32 ( 40 Hadees )

32. हज़रत फुजैल बिन अयाज फ़रमाते हैं कि जब तू एक जालिम को दूसरे जालिम से इंतिकाम लेता देख तो ठहर जा और तअज्जुब से तमाशा देख ।

(जियाउल-कुरआन जिल्द 1, स. 601)

#Hadees No.- 33 ( 40 Hadees )

33. हुजूर सैयदना इमामुल-अंबिया सल्लल्लाहो तआला अलैहे वसल्लम का इरशाद है कि लोगों पर एक ऐसा वक्त आएगा कि आदमी परवाह नहीं करेगा कि उस माल को कहां से हासिल किया है, हलाल से या हराम से ?

(सामाने आखिरत स. 368 )

#Hadees No.- 34 ( 40 Hadees )

34. ताजदारे अंबिया सल्लल्लाहो तआला अलेहे वसल्लम का फ़रमान है कि वह शख्स जन्नत में दाखिल न होगा जिसका पडोसी उसकी शरारतों से बेखौफ न रहे ।

(सामाने आखिरत स. 348 )

#Hadees No.- 35 ( 40 Hadees )

35. हज़रत इब्ने मसउद फरमाते हैं कि रसूले अकरम सल्लल्लाहो तआला अलैहै वसल्लम ने फ़रमाया जिसके दिल में राई के दाना जितना गुरुर होगा उस पर ज़न्नत के दरवाजे बन्द होंगे ।

जियाउल-कुरआन जिल्द 2., स. 15

#Hadees No.- 36 ( 40 Hadees )

36. मरकजे ईमान सल्लल्लाहो तआला अलैहे वसल्लम की खिदमते मुबारका में दो औरतें हाजिर हुई उनके हाथों में सोने के कंगन थे ! आप सल्लल्लाहो तआला अलैहे वसल्लम ने इरशाद फ़रमाया कि क्या तुम इन जेवरों की जकात अदा करती हो ? औरतों ने कहा जी नहीं ।

आप सल्लल्लाहो तआला अलैहे वसल्लम ने इरशाद फरमाया कि तुम उसको पसन्द करती हो कि अल्लाह तआला तुम्हें आग के कंगन पहनाए ।

#Hadees No.- 37 ( 40 Hadees )

37. जानी-ए-इस्लाम अलैहिस्सलाम का फरमान है कि जो कोई नमाज़ बाजमाअत पढकर जिक्रे इलाही में मशगुल रहे और सूरज बुलन्द होने के बाद दो रकआत नमाज़ इशराक़ पढे तो मुकम्मल हज और उमरा के सवाब का हकदार होगा ।

तिर्मिजी शरीफ़ जिल्द 1, स. 76

#Hadees No.- 38 ( 40 Hadees )

38. कंजुल उम्मल में है कि आप सल्लल्लाहो तआला अलैहे वसल्लम ने फ़रमाया जो तन्हाईं में दो रकअत नमाज़ पढ़े ! अल्लाह और उसके फरिश्तों के सिवा कोई न देखे उसके लिऐ दोजख से निजात लिख दो जाती हैँ ।

( सामाने आखिरत स. 124 )

#Hadees No.- 39 ( 40 Hadees )

39. हज़रत उमर रिवायत करते हैं कि हुजूर सल्लल्लाहो तआला अलैहे वसल्लम ने फ़रमाया जिसने नमाज़ छोड़ दी उसका कोई दीन नहीं । नमाज़ दीन का सुतून है ।

सामाने आखिरत स. 125

 

#Hadees No.- 40 ( 40 Hadees )

40. अच्छी बात कहना खामोश रहने से बेहतर है और बुरी बात बोलने से खामोश रहना अच्छा है

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