Friday, May 10, 2024
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सरकार गौसे आजम रजियल्लाहु तआला अन्हु का वाकया

सरकार गौसे आजम – गौस पाक का वाकया – कुमबिइज्निल्लाह 

एक औरत अपने बच्चे कों लेकर हुजूर सरकार गौसे आजम रजियल्लाहु तआला अन्हु के पास हाजिर हुईं ! और क़हने लगी इस मेरे बच्चे को हुजूर से बडी मुहब्बत है ! मैं इसकों आपके पास छोडती हूँ !

इसकी तर्बियत फ़रमाइये ! और फ़ुय्यूज व बरकात से इसे माला माल कीजिये ! चुनांचे वह औरत अपने बच्चे को हजरत गौसे आजम रजियल्लाहु तआला अन्हु की खिदमत में छोड गयी ! कुछ दिनों के बाद अपने बच्चे को देखने के लिये आयी !

तो देखा कि ! उसका बच्चा कमज़ोर हो गया है ! और जौ की ख़ुश्क रोटी खा  रहा है ! फिर हुजूर सरकार गौसे आजम रजियल्लाहु तआला अन्हु की खिदमत में गयी तो देखा की आपके आगे पकी हुई मुर्गी रखी है !

जिसे आप तनावुल फरमा रहे हैं ! उस औरत ने अर्ज किया हुजूर ! आप खुद तो मुर्गी खा रहे हैं !ओर मेरा बेटा जौ की खुश्क रोटी खा रहा है । हुजूर गौसे आजम रजियल्लाहु तआला अन्हु ने उस खाई हुई मुर्गी की हड्रिडयों पर अपना हाथ रखा ओंर फ़रमाया:

कुमबिइज्निल्लाह !  इतना फ़रमाना था कि वह मुर्गी जिन्दा होकर बोलने लगी ! हुजूर गौसे आजम रजियल्लाहु तआला अन्हु ने फरमाया: देखो ! जब तुम्हारा बेटा भी इस दर्जे तक पहुंच जायेगा ! तो जो चाहे खाया करेगा !

( बहजतुल असरार, सफा 65 )

सबक :

हुजूर सरकार गौसे आजम रजियल्लाहु तआला अन्हु को अल्लाह तआला  ने यह शान अता फ़रमाई है ! कि मुर्दों को कुमबिइज्निल्लाह फ़रमाते तो वह जिंदा हो जाते थे !

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