रोज़ा इफ्तार कराने की फजीलत ☆- Roza Iftar Ki Fazilat
हदीस :- सुलेमान फार्सी (रजी अल्लाहु अन्हु) से रिवायत है की, रसुलल्लाह (सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम) ने इरशाद फरमाया- “जिसने हलाल खाने या पानी से किसी मुसलमान को रोज़ा इफ्तार करवाया तो फरिश्ते माहे रमज़ान के सदके में उसके लिए अस्तगफार करते है..
और जिब्राइल अलैहीस्सलाम शबे क़द्र मे उसके लिए अस्तगफार करते है”
(तिब्रानी अल मोएजम अल कबाइर, जिल्द-6, पेज-242, हदीस-6162,)
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हदीस :- रसुलल्लाह (सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम) रोज़ा इफ्तार कराने की फजीलत ke Ware Mein फरमाते है के,
जो रोज़ेदार को (इफ्तारी मे) पानी पिलाए अल्लाह उसे मेरे हौज से पानी पिलाएगा के जन्नत मे दाखिल होने तक प्यासा न होगा..
(साही इब्ने खुजैमा, जिल्द-3, पेज-192, हदीस-1887,)
Roza Iftar Ki Fazilat
रमज़ान तो सब को नसीब होता है
पर रोज़ा हर किसी को नसीब नहीं होता है
रमज़ान मुबारक
या अल्लाह इस रमज़ान के सदके हमें और हमारे दिन को आबाद कर
और दिन के दुश्मन को नाबाद कर
आमीन
या अल्लाह इस रमज़ान के सदके हमें और हमारे दिन को आबाद कर
और दिन के दुश्मन को नाबाद कर
आमीन
आमीन