रबीअुस्सानी – रबी उल आखिर (4rth) इस्लामिक मुबारक महीना

Islamic Month Rabiussani :- इस्लामिक महीनो में चौथे माह को रबीअुस्सानी या रबी उल आखिर ( rabi ul akhir ) कहा जाता है !  महीने की बड़ी ही फ़ज़ीलत है ! इस महीने की ११ तारीख को यानी की 11 रबी उल आखिर को पीर दस्तगीर शैख़ अब्दुल क़ादिर जीलानी ग़ौसे पाक की नियाज़ दिलाई जाती है

रबीअुस्सानी – Islamic Month RabiusSani Ya Rabi ul Akhir

यह मुबारक महीना ( Islamic Month Rabi Us Sani ) बड़ा अफ़जल महीना है ! इस माह में भी ज्यादा से ज्यादा दुरुद पाक पढ़ना चाहिये !

नफ़्ली नमाज़े : पहली रात में मग़रिब की नमाज़ के बाद और इशा की नमाज़ से पहले आठ” रकात नफ्ली नमाज़ चार सलाम से पढे !

पहली रकात में सूर: फातिहा के बाद सूर: कौसर तीन बार,

दूसरी में सूर: काफिरून तीन बार,

तीसरी चौथी, पाँचवीं, छठी, सातवीं, और आठवीं रकात में सूर: फातिहा ‘के बाद सूर: इख्लास तीन-तीन मर्तबा पढे !

अल्लाह ने चाहा तो इस नमाज़ के पढने वाले को बेशुमार नमाजों का सवाब मिलेगा।

रबीअुस्सानी – रबी उल आखिर-

इस माह ( Islamic Month RabiUsSani ) की पहली, पन्दरहवी और उन्तीसवीं रात को इशा की नमाज के बाद चार रकात नमाज़ दो सलाम से पढे। हर रकात मे सूर: फातिहा के बाद सूर: इख्लास 55 बार पढनी चाहिये !

इनशाअल्लाह तआला इस नमाज़ के पढ़ने वाले को अल्लाह कियामत के दिन हश्र के मेदान में मरिफरत फरमायेगा !

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